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55000 रूपये में चार सौ ग्राम तेलिया कंद (Telia Kand or Teliya Kand) और वो भी नकली

55000 रूपये में चार सौ ग्राम तेलिया कंद और वो भी नकली  छत्तीसगढ़ के एक मित्र जामनगर (गुजरात) के एक ऐसे तथाकथित वनस्पति विशेषज्ञ के बारे में बताते हैं जो कि तेलिया कंद के नाम पर आमतौर पर आसानी से मिल जाने वाले कंद को 55000 रुपये में चार सौ ग्राम कंद के हिसाब से बेच रहा है. इन मित्र ने उसकी अच्छी खबर ली. यदि आपको भी इस व्यक्ति ने चूना लगाया हो तो अपने अनुभव शेयर करें ताकि  दूसरे  लोग ठगी से बच सके. 

तेलिया कंद (Telia Kand or Teliya Kand) जितने मुँह उतनी बातें - कुछ सही कुछ बेसिर-पैर की -1

"एक महात्मा के बताने के अनुसार तेलिया कन्द लोहे को गला सकता है । एक लोहे के सरिये को लेकर जो उसे कंद के अन्दर डालकर थोड़े समय पश्चात बाहर निकालकर उसे मोड़ने पर वह आसानी से मुड़ जायेगा और कोई इसे जोगिया कन्द भी कहते है । लोग कहते है कि केन्सर के लिए यह कन्द अत्यन्त उपयोगी है । एक महात्मा के अनुसार हिमालय में साधु – महात्मा अपने शरीर की ठंड से रक्षा हेतु तेलिया कंद को चिलम में भर कर पीते है । इसके अतिरिक्त एक महात्मा ने तेलिया कन्द के द्वारा पारा एवं तांबे में से सोना (सुवर्ण) बनाया था । इसके अनेक उदाहरण हमें पढ़ने हेतु मिलते है । कई राज्यों में अनेक वनस्पतियों के मूल को लोग तेलिया कन्द नाम से जानते है । तो इस स्थिति में यहा निर्णय करना कठिन है कि वास्तविक तेलिया कंद कौन है । तो इस अनुसन्धान में यथोचित प्रयास किया है । मेरी जानकारी में इस कन्द के अनेक भाषाओं में नाम उल्लिखित है किन्तु गुरुदेव की अनुमति न होने से प्रकाशित नहीं कर सकता हूँ ।"